पुरूषों की तुलना में महिलाओं को थायराइड कैंसर का खतरा ज्यादा, जानें लक्षण, कारण और उपचार

पुरूषों की तुलना में महिलाओं को थायराइड कैंसर का खतरा ज्यादा, जानें लक्षण, कारण और उपचार

सेहतराग टीम

हमारे शरीर में कई तरह के रोग होते है। उनमें से सबसे ज्यादा खतरनाक कैंसर को माना जाता है। कैंसर कई प्रकार के होते है। एक है थायराइड कैंसर जो बहुत खतरनाक नहीं है परन्तु अगर इलाज समय पर ना हो तो वो मरीज के लिए ज्यादा खतरनाक हो जाता है। आपको बता दे कि थायराइड कैंसर की शुरुआत शरीर में मौजूद थायराइड ग्रंथि से होती है जो थायराइड हार्मोन्स बनाती है। हार्मोन्स शरीर के चयापचय को सामान्य रूप से कंट्रोल रखने के लिए जरूरी होते हैं। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में थायराइड कैंसर की संभावना तीन गुना ज्यादा होती है।

पढ़ें- इरफान खान का हुआ निधन, इस बीमारी से थे पीड़ित, जानें पूरी जानकारी

थायराइड कैंसर के कारण (Thyroid Cancer Causes in Hindi):

थायराइड कैंसर तब होता है जब आपके थायरॉयड में कोशिकाएं आनुवंशिक परिवर्तन (म्यूटेशन) से गुजरती हैं। कोशिकाओं को बढ़ने और तेजी से गुणा करने की अनुमति देते हैं। कोशिकाएं मरने की क्षमता भी खो देती हैं, जैसा कि सामान्य कोशिकाएं करती हैं। संचित असामान्य थायरॉयड कोशिकाएं एक ट्यूमर बनाती हैं। असामान्य कोशिकाएं पास के ऊतक पर आक्रमण कर सकती हैं और शरीर के अन्य भागों में फैल सकती हैं।

लक्षण (Thyroid Cancer Symptoms in Hindi):

थायराइड के लक्षण दिखाई नहीं देते। गले की रुटीन जांच के दौरान गले में में गांठ या सूजन दिखाई प्राथमिक लक्षण है। गले में गांठ व सूजन होना, निगलने में समस्या और सांस लेने में परेशानी, लगातार खांसी आना, कुछ लोगों को कान में दर्द होना आदि थायराइड के लक्षणों में शामिल है। लेकिन इसके सामान्य लक्षणों में गर्दन में गाठ, गले या गर्दन में दर्द, गर्दन की नसों में सूजन, लगातार कफ आना तथा आवाज में बदलाव हैं। 80 फीसद लोग ऐसे हैं, जिनमें थायराइड के लक्षण है, परंतु वे बीमारी से अंजान है।

थायराइड कैंसर के उपचार (Thyroid Cancer Treatment in Hindi):

थायराइड कैंसर के उपचार में आमतौर पर ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है। 

टोटल थायरॉयडेक्टॉमी: यह थायराइड कैंसर के लिए सबसे आम सर्जरी है जिसका मकसद पूरी तरह से थायरॉयड ग्रंथि को हटाने और यह सुनिश्चित करना है कि कैंसर दोबारा न हो। 

लोबेक्टॉमी: थायरॉइड में दो लोब होते हैं जो बीच में एक रेशेदार ऊतक पुल के साथ जुड़ जाते हैं जिन्हें इस्थमस कहा जाता है। यदि ट्यूमर केवल एक छोटे से क्षेत्र तक ही सीमित है, तो सर्जन प्रभावित लोब को हटा सकता है। 

लिम्फ नोड रिसेक्शन: थायराइड कैंसर स्थानीय लिम्फ नोड्स में फैल सकता है, और ये नोड अक्सर हटा दिए जाते हैं। प्रभावित लिम्फ नोड्स को केवल सर्जरी के समय ही पहचाना जा सकता है।

 

इसे भी पढ़ें-

जानें कैसे होता है ब्लड कैंसर, क्या हैं इसके लक्षण?

 

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।